☀ ♥ अप्रैल , 2024 : दिन - :: ♥ ♥ : ''एक नई दिशा' में आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन है ! -- जय श्री राम !॥ !♥ ♥" ♥☀ ♥

रविवार, 15 अगस्त 2021

स्वतंत्रता दिवस 2021 की शुभकामनाएँ !

 

HAPPY INDEPENDENCE DAY - EK NAI DISHA



'एक नई दिशा' की ओर से आप सभी को स्वतंत्रता दिवस 2021 की हार्दिक शुभकामनाएँ  !

#IndiaAt75

#indiaIndependenceday

#स्वतंत्रतादिवस


Image:Ek_Nai_Disha_2021

मंगलवार, 10 अगस्त 2021

क्रोध

 

KRODH IN HINDI - EK NAI DISHA



आज मैं आप सभी से एक बहुत ही छोटी मगर बहुत ही महत्वपूर्ण भावना के बारे में बात करुँगी। ये हमारा मन बहुत ही कमाल की चीज होती है, जिसमें प्रेम, करुणा, क्रोध और ना जाने कितने प्रकार की भावनाएँ हैं। ये हमारे स्वयं की इच्छा पर  निर्भर करता है हम किस प्रकार की भावनाओं का प्रयोग करते हैं।


कभी-कभी ये भावनाएँ हमारे वश में नहीं होती हैं या फिर शायद हम इनको अपने वश में नहीं रख पाते हैं। जैसे कि अगर हमारे पास एक ऐसा कैंडीज से भरा बाक्स है, जो देखनें में एक जैसे हैं पर सभी का स्वाद एक दूसरे से अलग है। अब ये हम पर निर्भर करता है कि हम कौन सी कैंडी खायें और किसे संभाल कर रखें ? 


प्रेम और करुणा से हम दूसरों को सुख और खुशी देते हैं, पर क्रोध हमारे जीवन की वो कैंडी है, जिसमें बस एक ही स्वाद है- कड़वा, पर करेली व नीम जैसा नहीं। करेली तो स्वास्थ्यवर्धक है और नीम आरोग्य औषधी, पर क्रोध की कड़वाहत ऐसी है, जो कि जहाँ से जन्म लेती है, उसे तो कष्ट देती ही है, साथ ही साथ, आस-पास के वातावरण को भी कड़वाहट से भर देती है। जाने-अनजाने हमें खुद भी पता नहीं चलता कि हम छोटी-छोटी बातों पर कितना क्रोध करने लगे हैं।

रविवार, 1 अगस्त 2021

परवरिश

 

PARVARISH EK NAI DISHA IN HINDI



आज मैं आप सभी के समक्ष एक ऐसी स्टोरी लेकर आई हूँ जो हमारे परवरिश पर एक प्रश्न-चिह्न लगाती है। आइये पहले स्टोरी जानते हैं, आगे की बात बाद में करते हैं-


शैली एक बेहद  आधुनिक विचारों वाली महिला थी। उसे अपने स्टेटस, नाम, शोहरत से बेहद प्यार था। उसने शादी भी अपनी पसन्द से एक फोटोग्राफर से की थी। माता-पिता के मना करने के बावजूद उसने ऐसे व्यक्ति को अपना जीवन साथी बनाया था, जो उसे सूट करता था। अत्याधुनिक पाश्चात्य ड्रेस, विदेशी रहन-सहन, क्लब एवं बार में जाना, ताश खेलना, ड्रिंक करना तो जैसे उसकी दिनचर्या का हिस्सा ही थे। 


शैली एक बार क्लब में बैठी पत्ते खेल रही थी कि अचानक उसके फोन की घण्टी बजी। शैली ने खीजते हुए कहा- जब मैं बिजी होती हूँ तभी ये फोन बजता है। फिर न चाहते हुए उसकी किट्टी पार्टी की सहेलियों के कहने पर उसने पर्स से मोबाइल निकाला और  देखा तो उसमें एक अन्जान नम्बर शो कर रहा था। शैली ने न चाहते हुए फोन को उठाया। फोन पर कोई लड़की बात कर रही थी। उसने शैली से पूछा- आप शैली आण्टी बोल रही हैं न ? शैली ने ‘हाँ’ कहा, तो उस लड़की ने बताया- मैं सैमू की दोस्त बोल रही हूँ। सैमू की हालत बहुत खराब है। आप यहाँ आ जाइये। 


शैली तुरन्त ही वहाँ का पता लेकर बताये पते पर पहुँच गई। वहाँ पहुँच कर शैली के आश्चर्य का ठिकाना न रहा। शैली ने अपनी बेटी को नशे में चूर पाया और उसके आस-पास सिगरेट के टुकड़े पूरे कमरे में बिखरे हुए थे। शैली ने तुरन्त सैमू को नींबू पानी उसके दोस्तों से मँगाकर पिलाया। वो जानती थी कि अगर नशे का असर कम हो सकता है तो वो नींबू पानी से ही कम हो सकता है। 


सैमू अभी पूरी तरह होश में नहीं आई थी, पर उसने आँख खोलकर अपनी माँ को देखा। शैली के होठों पर थोड़ी मुस्कुराहट आ गई। शैली समझ गई थी कि अब सब ठीक है। स्थिति नियन्त्रण में है। उसने सैमू को उसकी दोस्तों की मदद से सहारा देकर गाड़ी में बिठाया और घर लेकर आ गई। घर पहुँच कर उसने सारी बात अपने पति को बताया। 


माता-पिता दोनों बहुत परेशान थे। वे अपनी बेटी से जल्द से जल्द बात करना चाहते थे। शैली सैमू के लिए बहुत परेशान थी। 'सैमू को जबरन ड्रिंक किसने पिलाया या कहीं नशे में उसने कुछ... ?' वो इसी सोच में डूबी थी कि उसके पति ने उसे आवाज दी- सैमू को होश आ गया है, शैली, जल्दी आओ !