आज मैं आप सभी के समक्ष एक ऐसी स्टोरी लेकर आई हूँ जो हमारे परवरिश पर एक प्रश्न-चिह्न लगाती है। आइये पहले स्टोरी जानते हैं, आगे की बात बाद में करते हैं-
शैली एक बेहद आधुनिक विचारों वाली महिला थी। उसे अपने स्टेटस, नाम, शोहरत से बेहद प्यार था। उसने शादी भी अपनी पसन्द से एक फोटोग्राफर से की थी। माता-पिता के मना करने के बावजूद उसने ऐसे व्यक्ति को अपना जीवन साथी बनाया था, जो उसे सूट करता था। अत्याधुनिक पाश्चात्य ड्रेस, विदेशी रहन-सहन, क्लब एवं बार में जाना, ताश खेलना, ड्रिंक करना तो जैसे उसकी दिनचर्या का हिस्सा ही थे।
शैली एक बार क्लब में बैठी पत्ते खेल रही थी कि अचानक उसके फोन की घण्टी बजी। शैली ने खीजते हुए कहा- जब मैं बिजी होती हूँ तभी ये फोन बजता है। फिर न चाहते हुए उसकी किट्टी पार्टी की सहेलियों के कहने पर उसने पर्स से मोबाइल निकाला और देखा तो उसमें एक अन्जान नम्बर शो कर रहा था। शैली ने न चाहते हुए फोन को उठाया। फोन पर कोई लड़की बात कर रही थी। उसने शैली से पूछा- आप शैली आण्टी बोल रही हैं न ? शैली ने ‘हाँ’ कहा, तो उस लड़की ने बताया- मैं सैमू की दोस्त बोल रही हूँ। सैमू की हालत बहुत खराब है। आप यहाँ आ जाइये।
शैली तुरन्त ही वहाँ का पता लेकर बताये पते पर पहुँच गई। वहाँ पहुँच कर शैली के आश्चर्य का ठिकाना न रहा। शैली ने अपनी बेटी को नशे में चूर पाया और उसके आस-पास सिगरेट के टुकड़े पूरे कमरे में बिखरे हुए थे। शैली ने तुरन्त सैमू को नींबू पानी उसके दोस्तों से मँगाकर पिलाया। वो जानती थी कि अगर नशे का असर कम हो सकता है तो वो नींबू पानी से ही कम हो सकता है।
सैमू अभी पूरी तरह होश में नहीं आई थी, पर उसने आँख खोलकर अपनी माँ को देखा। शैली के होठों पर थोड़ी मुस्कुराहट आ गई। शैली समझ गई थी कि अब सब ठीक है। स्थिति नियन्त्रण में है। उसने सैमू को उसकी दोस्तों की मदद से सहारा देकर गाड़ी में बिठाया और घर लेकर आ गई। घर पहुँच कर उसने सारी बात अपने पति को बताया।
माता-पिता दोनों बहुत परेशान थे। वे अपनी बेटी से जल्द से जल्द बात करना चाहते थे। शैली सैमू के लिए बहुत परेशान थी। 'सैमू को जबरन ड्रिंक किसने पिलाया या कहीं नशे में उसने कुछ... ?' वो इसी सोच में डूबी थी कि उसके पति ने उसे आवाज दी- सैमू को होश आ गया है, शैली, जल्दी आओ !