7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इससे ठीक पहले मोटापे को लेकर बेहद चौका देने वाली एक रिपोर्ट सामने आई है। इसके अनुसार दुनिया भर में मोटापा युवाओं को बड़ी तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। 2014 तक के आंकड़ों पर आधारित यह रिपोर्ट मेडिकल जनरल दि लैसेंट में प्रकाशित हुई थी। इसके अनुसार 2025 तक हर पाँचवा युवा मोटापे की आगोश में होगा, जिसमें 18 % पुरुष व 21 % महिलाएं होंगी।
आप बी एम आई के द्वारा खुद पता लगा सकतें है कि मोटापे की खतरे की रेखा के ऊपर हैं या फिर नीचे। ,यह जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको अपनी लम्बाई के वर्गमीटर का अपने वजन (किलो ग्राम ) में भाग देना होगा, जिससे आपको अपना बी एम आई प्राप्त हो जायेगा। (जैसे किसी व्यक्ति की लम्बाई 5 वर्गमीटर है और वजन 70 किलो ग्राम तो 70 /5 =14 तो इस प्रकार उस व्यक्ति की बी एम आई 14 होगी।)
इसमें आये परिणाम के द्वारा अपनी खतरे की अवस्था का पता लगाया जा सकता है--
सामान्य अवस्था =18. 5 से 25 के बीच आने पर
कुपोषित या या हल्का मोटापा =18. 5 से नीचे आने पर
मोटापे की खतरनाक स्थिती =30 से 40 आने पर
मोटापा आजकल के सही खान -पान ना होने की वजह से एक विकट स्थिति में पहुँच गया है। आजकल फ़ास्ट फ़ूड का एक फैशन सा चल गया है। लोग अपनी व्यस्त जिंदगी में से थोड़ा सा वक़्त नहीं निकाल पाते हैं। महंगाई की मार ने महिलाओं को भी बाहर जा कर काम करने को मजबूर कर दिया है, जिसके कारण वो किचन में समय नहीं दे पाती हैं और उनके परिवार के लोग बाहर के फ़ास्ट फ़ूड खाने को मजबूर हो जाते हैं।
हमारी माँ के ज़माने में तो मोटापे की परेशानियाँ नहीं हुआ करती थी। क्योंकि घर पर काम करने के लिए इतनी मेहनत बचाने वाली मशीनें जो नहीं हुआ करतीं थीं। अब तो मिक्सर ,वाशिंग-मशिन ,अवन ,इंडक्शन गैस ,टोस्टर और ना जाने क्या -क्या नए प्रोडक्ट लॉन्च किये जा रहें हैं, जो हमारी मेहनत व समय की बहुत बचत कर देतें है। इन मशीनों ने हमारी लाइफ को थोड़ा आसान तो जरूर कर दिया है ,मगर कई नई बिमारियों को हमारे जीवन में आने का न्योता भी दे दिया है। इन मशीनों ने हमें इनका इतना आदी बना दिया है कि इन मशीनों के बिना जीवन मुश्किलों भरा लगता है। जिसकी वजह से हमारी शारीरिक ऐक्टिविटी ना के सामान हो गई है और नतीजा यह है कि अनचाहा फैट शरीर में जमा हो जाता है।
मगर ये मेहनत की बचत क्या हमारे स्वास्थ्य पर दिन- ब- दिन भारी नहीं पड़ रही है ? हमें शरीर से पसीना बहाने लिए वर्कआउट का सहारा लेना पड़ रहा है। हमें इससे बचनें के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। यदि स्वास्थ्य पर आज ही ध्यान नहीं दिया गया तो यह स्थिति इतनी विकट हो जाएगी कि जिस पर काबू पाना हमारे बहुत ही मुश्किल हो जायेगा। हम अपने खान-पान पर नियंत्रण रखकर उन बिमारियों को अपने शरीर में आने से रोक सकतें हैं।
इसके लिए सुबह सबसे पहले गुनगुने पानी में आधा नीबू व आधा छोटा चम्म्च शहद मिलाकर एक गिलास पानी पिएं। खाना खाने से पूर्व सलाद का सेवन करें। प्रोटीन युक्त भोजन को अपने खाने में शामिल करें। जंक फ़ूड का प्रयोग कम से कम करें। मीठे का कम प्रयोग करे ,व अपने वजन के अनुसार प्रोटीन को ग्रहण करें। जैसे अगर आपका वजन 80 किलो ग्राम है तो 80 ग्राम प्रोटीन ग्रहण करें और पेट में कब्ज की शिकायत ना होने दें। आप सभी मेरे दिए जानकारी को अपनाकर देखें, आपको फायदा जरूर पहुंचेगा ,क्योंकि स्वास्थ्य से बढ़कर कोई अमूल्य वस्तु नहीं होती है।
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Vishwa swasthya divas ki subhkamnayen.
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